It was an funeral procession; 4 daughters, all smiles, carried their father's body to the crematorium, singing and dancing. They were, in fact, fulfilling the last wish of Haribhai Lalwani, a successful businessman. Haribhai Lalwani believed in the beauty of life and that all its events like birth, birthday, marriage and death should be celebrated with equal zeal. Watch this video for more details
आपने रोते हुए नम आंखों के साथ सड़क से जाती किसी की अंतिम यात्रा जरूर देखी होगी, लेकिन क्या आपने कभी कभी ढोल नगाड़ों के साथ किसी की अंतिम विदाई देखी हैं । नहीं देखी होगी पर एक ऐसा नजारा दिल्ली-एनसीआर की सड़क पर दिखा। सड़क पर ढोल नगाड़ों के साथ कुछ लड़कियां अपने पिता की अंतिम यात्रा लेकर जा रही थीं। क्या हैं पूरा मामला आखिर क्यों पिता की अंतिम यात्रा पर नाच रही है उनकी बेटिया जाननें के लिए देखें ये वीडियो |